सोनकच्छ में बड़ी कार्रवाई, पप्पू एंड पप्पू रिज़ॉर्ट की दुकानों पर छापा, खाद्य नमूने जब्त – दो दुकानें सील

देवास ज़िले में मिलावटखोरी और अवैध खाद्य कारोबार करने वालों पर प्रशासन ने गुरुवार को कड़ी कार्रवाई की। तहसीलदार एवं कार्यपालिक दंडाधिकारी सोनकच्छ ज्योति जाटव के नेतृत्व में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेंद्र ठाकुर, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी धर्मेंद्र वर्मा और नमूना सहायक प्रदीप लकड़े की टीम ने इंदौर-भोपाल हाइवे स्थित पप्पू एंड पप्पू रिज़ॉर्ट परिसर में दबिश दी।
खाद्य अधिकारी के घेरे में व्यापारी – आंवला, लड्डू और अचार के नमूने जब्त
कार्रवाई के दौरान दुकानों से आंवला, लड्डू, अचार और कुल्फी के नमूने जांच के लिए लिए गए। वहीं मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी ठाकुर को दुकानदारों ने घेर लिया और सवाल दागे कि अब तक वर्षों से बिना लाइसेंस चल रही दुकानों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? कई व्यापारियों ने आरोप लगाया कि अधिकारी केवल बड़ी कार्रवाई का दिखावा कर रहे हैं, जबकि छोटे दुकानदारों पर तुरंत शिकंजा कसते हैं।
निरीक्षण में सामने आया कि ‘बादल चूर्ण’ और ‘आंवला अमृत’ नामक दुकानें बिना किसी खाद्य लाइसेंस के संचालित हो रही थीं। इस पर अधिकारियों ने दोनों दुकानों को मौके पर ही सील कर दिया।
सख्त चेतावनी – मिलावटखोरी बर्दाश्त नहीं
टीम ने साफ कहा कि उपभोक्ताओं की सेहत से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। बिना लाइसेंस कारोबार करने वालों पर अब कठोर कार्रवाई होगी।
हड़कंप और सवाल दोनों – प्रशासन को घेरे में लिया
इस अचानक हुई कार्यवाही से स्थानीय व्यापारियों में हड़कंप मच गया। कई दुकानदार अब लाइसेंस अपडेट कराने की जुगत में लग गए हैं।
लेकिन साथ ही यह सवाल भी उठ रहा है कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी और संबंधित विभाग अब तक चुप क्यों बैठे रहे?
व्यापारियों ने कहा –
“यदि वर्षों से ये दुकानें बिना लाइसेंस चल रही थीं तो अधिकारी अब तक कार्रवाई क्यों नहीं कर पाए? क्या प्रशासन को केवल दिखावे की कार्रवाई करनी थी?”
जनता
प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर कहीं संदिग्ध या मिलावटी खाद्य सामग्री बिकती दिखे तो तुरंत इसकी सूचना दें, ताकि दोषियों पर कार्रवाई की जा सके।
अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान जिलेभर में लगातार चलेगा और सुनिश्चित किया जाएगा कि बाजार में केवल शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री ही उपलब्ध हो।