मां सर्व मंगला देवी दिलोद भंडारे के बाद वर्षा होती है।
माता रानी की पूजा-अर्चना करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस भंडारे के आयोजन से क्षेत्र में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।

मां सर्व मंगला देवी दिलोद शाजापुर एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जहां हर साल अगस्त में विशाल भंडारा आयोजित किया जाता है। इस भंडारे के दौरान, माता रानी से पानी बरसाने की प्रार्थना की जाती है और दिलचस्प बात यह है कि भंडारे के बाद वर्षा होती है।
भंडारे का महत्व
भंडारे के दौरान, बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे होते हैं और माता रानी की पूजा-अर्चना करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस भंडारे के आयोजन से क्षेत्र में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
सेवा में लगे लोग
दिलोद के कई लोग मां सर्व मंगला देवी की सेवा में लगे हुए हैं, जिनमें चंद्र सिंह नेताजी, अंतर सिंह जी, ठाकुर प्रताप सिंह जी, प्रताप सिंह जी ,हरि सिंह जी , सुमेर सिंह जी, सरवन जी,अनूप सिंह जी ,बापू सिंह जी, इंदर सिंह जी ,धन सिंह जी ,गोपाल सिंह जी, श्याम सिंह जी, राजेंद्र सिंह जी, देवेंद्र ,नरेंद्र, अरविंद ,बंटी ,बलवंत सिंह जी, पप्पू ,लोकेंद्र सिंह ,ठाकुर सिंह ,गोविंद सिंह, सिद्धू सिंह ,नगजी राम जी, राम अवतार सिंह, अभिजीत, अरविंद ,और कई अन्य शामिल हैं। ये लोग भंडारे के आयोजन और मंदिर की देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मंदिर की विशेषताएं
मां सर्व मंगला देवी का मंदिर अपने आप में एक अद्वितीय धार्मिक स्थल है, जहां भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं। मंदिर की वास्तुकला और प्राकृतिक सौंदर्य भी आकर्षक हैं।