देवास। इंदौर-देवास राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माण कार्यों के चलते यातायात व्यवस्था चरमराने लगी है। इसको लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी सतीश चौहान ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को एक पत्र लिखकर मार्ग की गंभीर स्थिति से अवगत कराया है। उन्होंने वैकल्पिक व्यवस्थाएं बेहतर करने की मांग की है।
पत्र में चौहान ने उल्लेख किया कि श्री गडकरी के नेतृत्व में देशभर में सड़क परिवहन के क्षेत्र में जो ऐतिहासिक बदलाव हुए हैं, उन्होंने आवागमन और माल परिवहन को अत्यंत सुगम बना दिया है। लेकिन इंदौर-देवास के बीच स्थित अर्जुन बड़ौदा गांव के पास ब्रिज निर्माण कार्य के चलते पिछले छह महीनों से आमजन, वाहन चालक, एम्बुलेंस और व्यापारिक वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने लिखा कि विकास कार्य आवश्यक है, लेकिन निर्माण एजेंसी एवं एनएचएआई द्वारा वैकल्पिक मार्ग की उचित व्यवस्था नहीं की गई है। जिस सर्विस रोड पर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है, उसकी हालत जर्जर है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, कीचड़ फैला है और डामरीकरण भी नहीं किया गया है। परिणामस्वरूप 10 किलोमीटर का यह रास्ता पार करने में घंटों लग रहे हैं।

पूर्व में जहां इंदौर से देवास की दूरी मात्र 40-45 मिनट में तय होती थी, अब उसमें ढाई से तीन घंटे तक का समय लग रहा है। वर्तमान में बेस्ट प्राइस चौराहा, डकाचिया से शिप्रा के बीच और रसलपुर चौराहा, इन तीन जगहों पर मार्ग डायवर्ट किया गया है, जिससे रोजाना जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है और ईंधन की खपत भी बढ़ गई है।चौहान ने सुझाव दिया कि जब तक ब्रिज निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होता, तब तक वैकल्पिक मार्ग को मजबूत, समतल और सुगम बनाया जाए। साथ ही, सुबह 8 से 11 और शाम 6 से 10 बजे तक भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर अस्थायी रोक लगाई जाए, ताकि यात्री वाहनों को राहत मिल सके।

आपातकालीन अवस्थाओं जैसे एम्बुलेंस आदि के लिए NHAI द्वारा अलग से व्यवस्था की जाए ।उन्होंने यह भी कहा कि इंदौर से ग्वालियर एवं भोपाल जैसे प्रमुख मार्गों के लिए यही एकमात्र रूट होने से इस मार्ग पर यातायात का दबाव अत्यधिक है। यदि वैकल्पिक मार्ग व्यवस्थित किया जाए तो यातायात नियंत्रित और सुगम हो सकता हैं।
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