देवासदेशमध्य प्रदेश

रेल से टकराकर युवक की मौत, पहचान अब तक अज्ञात

देवास। दिनांक 12 अक्टूबर 2025 को ग्राम डोंता जागीर में एक अज्ञात व्यक्ति की रेल से टकराने से दर्दनाक मौत हो गई।

पुलिस ने बताया कि मृतक की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। मृतक की छाती पर दिल का निशान बना हुआ है, जिसमें एक तरफ “पी” और दूसरी तरफ “पूजा” लिखा हुआ है।

जो भी व्यक्ति मृतक को पहचानता हो या उसकी जानकारी रखता हो, वह पुलिस चौकी टोंक कला से संपर्क करें।

📞 संपर्क नंबर: 7587677000

टीना शर्मा पत्रकार

🌟 टीना शर्मा विशेष संवाददाता – ट्रुथ 24 न्यूज़ "जहां झूठ की भीड़ हो, वहाँ सच की आवाज़ बनना ही असली पत्रकारिता है।" मैं टीना शर्मा — एक निडर, निष्पक्ष और जनसेवा को समर्पित पत्रकार। ट्रुथ 24 न्यूज़ की विशेष संवाददाता के रूप में मेरी प्राथमिकता सिर्फ खबरें दिखाना नहीं, बल्कि वो हकीकत सामने लाना है जिसे अक्सर दबा दिया जाता है। मेरा लक्ष्य है – हर आवाज़ को मंच देना जो अनसुनी रह जाती है। ✒️ पत्रकारिता मेरी पहचान है... मीडिया के इस शोर में मैं वो शांत लेकिन सच्ची आवाज़ हूँ, जो सत्ता से सवाल करना जानती है, और जनता के दर्द को दिल से महसूस करती है। गाँव की टूटी सड़क हो या शहर के अस्पतालों की बदहाली, स्कूलों की ज़मीनी हकीकत हो या महिलाओं की सुरक्षा — हर मुद्दे पर मेरी कलम चलती है और कैमरा सच को कैद करता है। 💪 निडरता मेरी ताक़त है... हर रिपोर्ट मेरे उस विश्वास की गवाही देती है कि पत्रकारिता अगर सच्ची हो, तो वह व्यवस्था को हिला सकती है। मैंने रिपोर्टिंग को केवल “घटना का वर्णन” नहीं, बल्कि “परिवर्तन का प्रारंभ” माना है। जब कोई बंद दरवाज़ा खुलता है, जब किसी पीड़ित को न्याय मिलता है — तो वही मेरी असली जीत होती है। 🎯 ट्रुथ 24 न्यूज़ के साथ मेरा संकल्प ट्रुथ 24 न्यूज़ का हिस्सा बनकर मुझे वो मंच मिला जहाँ से मैं अपने विचारों, खोज और संघर्ष को समाज के सामने रख सकती हूँ। इस मंच ने मुझे सच्चाई की राह पर निडरता से चलने का हौसला दिया है। 📌 कुछ विशेष बातें मेरे बारे में 📍 कार्य क्षेत्र: देवास, मध्यप्रदेश व आसपास के ग्रामीण क्षेत्र 📚 अनुभव: ज़मीनी पत्रकारिता, जनसरोकार, महिला व ग्रामीण मुद्दों की रिपोर्टिंग 🗣️ प्रमुख मूल्य: सत्य, साहस और संवेदनशीलता 🎥 उल्लेखनीय योगदान: जनहित की कई रिपोर्टें जिनसे प्रशासन हरकत में आया 📞 संपर्क: 8770146135 🧭 मेरी सोच, मेरा मंत्र "सवाल पूछना गुनाह नहीं, बल्कि लोकतंत्र की बुनियाद है। जब तक कलम और कैमरा सच के लिए चल रहे हैं – तब तक उम्मीद ज़िंदा है।"

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