बरोठा थाना प्रभारी अजय गुर्जर ने निभाया इंसानियत का फर्ज – बेटी की अर्थी को परिवार की तरह दिया कंधा

बरोठा। थाना क्षेत्र में पहली बार ऐसा भावुक नजारा देखने को मिला जब कानून के रखवाले थाना प्रभारी अजय गुर्जर ने समाज और परिवार के बीच की दूरी मिटाते हुए अपनी मानवीय संवेदनाओं का परिचय दिया।
चौबपिपल्या की 14 वर्षीय बेटी के निधन पर जब गांव शोक में डूबा था, तब श्री गुर्जर ने न केवल परिवार को सांत्वना दी बल्कि बेटी की अर्थी को कंधा देकर एक मिसाल कायम की। इस क्षण ने हर किसी को भावुक कर दिया।
अब तक लोग उन्हें एक सख़्त मिजाज और अनुशासनप्रिय अधिकारी के रूप में जानते थे, लेकिन इस घटना ने उनकी दिलदार और मानवीय छवि को सामने ला दिया। लोगों ने महसूस किया कि पुलिस केवल कानून की रक्षक ही नहीं, बल्कि हर सुख-दुःख में परिवार का हिस्सा भी है।
गांव के लोगों ने कहा कि थाना प्रभारी अजय गुर्जर की इस पहल ने पुलिस की व्यवस्था और सम्मान को चार चांद लगा दिए हैं। इंसानियत की यह मिसाल आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।