“तेज बहाव में बहे तीन युवक, सिविल लाइन पुलिस बनी फरिश्ता “

“रात के अंधेरे में मौत से लड़ाई… जीत गई इंसानियत “
देवास। संकट की घड़ी में पुलिस और ग्रामीणों की बहादुरी ने तीन परिवारों की खुशियाँ सलामत रखीं। बीती रात तेज बहाव में नाले में बह गए तीन युवकों को थाना प्रभारी हितेश पाटिल की तत्परता और ग्रामीणों के सहयोग से सकुशल बाहर निकाला गया।
कैसे हुआ हादसा
23 सितंबर की रात करीब 3:45 बजे उज्जैन जिले के तीन युवक –
कुलदीप सोलंकी (25), निवासी निपानिया
अजय नागोरिया (30), निवासी जयसिंहपुरा
लखन मेवाड़ा (28), निवासी सारंगपुर
देवास माताजी के दर्शन हेतु मोटरसाइकिल (MP-13 DB-5237) से आ रहे थे। ग्राम चंदाना नाले के पुल पर रात के अंधेरे में पानी का तेज बहाव दिखाई नहीं दिया और बाइक समेत तीनों युवक नाले में बह गए।
चौकीदार की सूझबूझ, पुलिस-ग्रामीणों की बहादुरी
घटना स्थल पर मौजूद चौकीदार सुनीता ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। थाना प्रभारी हितेश पाटिल अपनी टीम के साथ तत्काल पहुँचे। इस दौरान पूर्व सरपंच सुनिल पटेल, नितिन पटेल, सहायक सचिव राहुल दुबे और मोहित जायसवाल सहित ग्रामीणों ने मिलकर रेस्क्यू अभियान चलाया। पुलिस और ग्रामीणों की तत्परता से तीनों युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
थाना प्रभारी हितेश पाटिल, सउनि मोहनलाल मीणा, प्रआर घनश्याम अर्जने, आर अंकित, सै 59 जगदीश परमार एवं ग्रामीणों में सुनिल पटेल (पूर्व सरपंच), नितिन पटेल, राहुल दुबे और मोहित जायसवाल।
बच गए तीन घरों के चिराग
समय पर कार्रवाई और सामूहिक बहादुरी से बड़ा हादसा टल गया। देवास पुलिस और ग्रामीणों की ये जिंदादिली मानवता और सतर्कता की मिसाल बन गई।