शाजापुर में खेल प्रतिभाओं का सम्मान
कार्यक्रम नेशनल लोक अदालत के शुभारंभ अवसर पर आयोजित हुआ।

शाजापुर में खेल प्रतिभाओं का सम्मान
शाजापुर में जिला न्यायालय परिसर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में 70 बालक-बालिकाओं को उनके उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया और उन्हें एडीडास ब्रांड के आकर्षक ट्रैकसूट भेंट किए गए। यह कार्यक्रम नेशनल लोक अदालत के शुभारंभ अवसर पर आयोजित हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य बिंदु :
– मुख्य अतिथि : सुश्री ऋजु बाफना, कलेक्टर शाजापुर ने अपने उद्बोधन में बच्चों का उत्साहवर्धन किया और कहा कि मलखंभ भारत की प्राचीन खेल परंपरा है, जिसकी शुरुआत 12 वीं शताब्दी में हुई थी।
– विशिष्ट अतिथि : श्री यशपाल सिंह राजपूत, पुलिस अधीक्षक शाजापुर और श्री विवेक शर्मा, अध्यक्ष, जिला अभिभाषक संघ ने भी खिलाड़ियों को ट्रैकसूट भेंट किए और उनका उत्साहवर्धन किया।
– प्रधान जिला न्यायाधीश का संदेश : प्रधान जिला न्यायाधीश श्री आनंद कुमार तिवारी ने अपने प्रेरक उद्गार में कहा कि “यह हमारे लिए गर्व की बात है कि शाजापुर के बच्चे मल्लखंभ जैसे प्राचीन खेल को नई ऊँचाइयाँ दे रहे हैं। खेल जीवन में अनुशासन और शक्ति देता है, जबकि संस्कार मनुष्य को सच्चा विजेता बनाते हैं।”
कार्यक्रम में उपस्थित
इस अवसर पर विशेष न्यायाधीश एवं प्रभारी अधिकारी लोक अदालत श्री अंजनी नंदन जोशी, प्रधान न्यायाधीश (कुटुम्ब न्यायालय) श्री अवधेश कुमार गुप्ता और अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का महत्व


यह कार्यक्रम शाजापुर के बच्चों की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और उन्हें सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया था। इससे बच्चों को अपने खेल कौशल को विकसित करने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा मिलेगी।
मलखंभ की महत्ता
मलखंभ एक पारंपरिक भारतीय खेल है, जिसमें खिलाड़ी खंभे पर चढ़कर हैरतअंगेज करतब प्रस्तुत करते हैं। हाल ही में शाजापुर में आयोजित राज्य स्तरीय मलखंभ प्रतियोगिता में जिले के प्रतिभावान बच्चों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर जिले का नाम रोशन किया है, जो हमारे लिए गर्व की बात है।