सेंट चाणक्य स्कूल सांवेर की बस में असुविधा पर अभिभावकों का हंगामा। डायल 112 बुलाकर बस थाने पर खड़ी कराई।
39 सीटर बस में 70 बच्चे बिठा रखे थे। पुलिस ने मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्यवाही की।

सोनकच्छ ।सेंट चाणक्य स्कूल की बस में असुविधा पर अभिभावकों का हंगामा। स्कूल की बस में सीट से अधिक संख्या में छात्र छात्राओं को ले जाने का आरोप लगाते हुए अभिभावकों ने हंगामा कर बस को रुकवाकर थाने पर लाए एवं स्कूल संचालक पर कार्यवाही करने का आवेदन दिया। आवेदन में उल्लेख किया है कि में जसपाल सेंधव पिता सूरज सिंह सेंधव निवासी ग्राम पिलवानी तहसील सोनकच्छ का हु। मेरा बच्चा सेंट चाणक्य स्कूल सांवेर पड़ता हैं। बस क्रमांक एमपी 041 पी 1437 से मेरा पुत्र एवं अन्य छात्र स्कूल जाते है उस बस में क्षमता से अधिक बच्चे भर कर स्कूल ले जाते हैं। इस बारे मे मैने स्कूल के प्रिंसिपल विपिन सर से फोन पर बात की तो उन्होंने मुझसे अपशब्द से बात की और कहा कि आप तहसील चले जाओ या थाने चले जाओ आपको बस रोकने का अधिकार नहीं है उक्त बस रुकवाने का अधिकार आर टी ओ को है। यदि आपको आपत्ति है तो आपके बच्चे की टीसी निकाल सकते है। मेरा बच्चा 6 वर्ष से इस स्कूल में जा रहा है उसके बाद भी सर ने अपशब्दों का प्रयोग किया गया है। ओर कहा कि आप से बने जो कर लेना आप चाहो तो हमारा स्कूल बंद करा सकते हो। अभिभावक का ये भी कहना है कि मैने दो दिन पहले भी स्कूल प्रिंसिपल से कहा था कि आप बस में ठूस ठूस कर बच्चे मत लें जाया करो उसके बाद भी आज 39 सीट की क्षमता की बस में 70 बच्चे भर कर स्कूल ले जा रहे थे। बस को अभिभावकों ने पुलिस बुलाकर थाने पर खड़ी करवा दी।


इस बारे मे स्कूल संचालक विपिन शर्मा से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि अभिभावक जो अपशब्द का आरोप लगा रहे हैं वो गलत हैं।ओर क्षमता से अधिक बच्चे हमारी एक बस खराब होने के कारण बिठाए थे ।
इस बारे में थाना प्रभारी आशीष सिंह राजपूत का कहना है कि स्कूल बस पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्यवाही की है।
सोनकच्छ क्षेत्र में स्कूल बसों की जांच नहीं होने से बस संचालक स्कूल बस के नाम पर खटारा बसों को बेरोकटोक दौड़ा रहे हैं। सोनकच्छ क्षेत्र में संचालित स्कूल बसों की जांच कई साल से नहीं हुई है। इससे बसों में सफर करनेवाले नौनिहालों की सुरक्षा खतरे में पड़ी हुई है। कलेक्टर द्वारा परिवहन विभाग के अधिकारियों को समय-समय पर इसको लेकर निर्देश दिया जाता रहा है। इसके बावजूद भी परिवहन विभाग ने सोनकच्छ क्षेत्र के स्कूल बसों की जांच नहीं की।
इस बारे मे एसडीएम प्रिया चंद्रावत से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि जल्द ही स्कूल बसों पर कार्यवाही की जाएगी।