देवासमध्य प्रदेशसोनकच्छ

13 वर्षीय वेदांत झाला की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, नाबालिग बच्चे ही निकले आरोपी

सोनकच्छ।कराड़िया परी में वेदांश हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। वेदांश झाला की हत्या पुराने विवाद के चलते हुई थी, जब मार्च में वेदांश और एक नाबालिग बच्चे के बीच झगड़ा हुआ था।इसके बाद नाबालिग ने अपने 11 वर्षीय चचेरे भाई के साथ मिलकर वेदांश की हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़ लिया है और घटना में प्रयुक्त हथियार व कपड़े जप्त कर लिए हैं। आरोपियों को देवास बाल न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें बाल सुधार गृह उज्जैन भेज दिया गया।

*घटना की मुख्य बातें:*-

हत्या का कारण: पुराना विवाद जो मार्च में हुआ था-

आरोपी: एक नाबालिग और उसका 11 वर्षीय चचेरा भाई-

कार्रवाई: आरोपियों को पकड़कर देवास बाल न्यायालय में पेश किया गया और बाल सुधार गृह उज्जैन भेज दिया गया-

पुलिस कार्रवाई:* घटना में प्रयुक्त हथियार और कपड़े जप्त कर लिए गए हैं इस घटना के बाद गांव में दहशत और शोक का माहौल है। पुलिस ने मामले की जांच की और आरोपियों को पकड़ लिया।

घटना की विस्तृत जानकारी

जिला देवास सोनकच्छ के ग्राम कराडिया परी में शनिवार रात 13 साल के वेदांश पिता अरविंद झाला की संदिग्ध अवस्था में लाश मिली थी शव पर चोट के निशान बता रहे थे कि किसी ने रंजिशवश बालक को मारा हैं सोमवार को एसपी पुनीत गेहलोद ने इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया. एसपी गेहलोद के अनुसार वेदांश  की उसके 11 और 13 साल के चचेरे भाइयों ने हत्या की थी दरअसल सिगरेट को लेकर वेदांश ने 13 साल के आरोपी को पीट दिया था।उसे आगे से गांव में नहीं आने को कहा था. इस बात की रंजिश 13 साल के आरोपी ने रखी थी। शनिवार को उसने अपने 11 साल के आरोपी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची. हत्या सब्जी काटने के चाकू से की गई। वेदांश का 11 साल के आरोपी ने पीछे से हाथ पकड लिया और 13 साल के आरोपी ने चाकू से ताबडतोड 15 से 20 वार पेट और चेहरे पर कर दिए हत्या के बाद दोनों ने लाश गांव में ही हार्वेस्टर मशीन के नीचे रख दी।

वेदांश घर से गणेश पांडाल जाने के लिए निकला था, जब देर हो गई तो परिजन ढूढने लगे थे। आखिरकार वेदांश हार्वेस्टर मशीन के नीचे मिला। परिजन के पहुंचने से पहले ही वेदांश दम तोड चुका था। पुलिस के इस खुलासे ने सभी को सकते में डाल दिया हैं। आखिर बच्चे भी इतने हिंसक क्यों हो रहे हैं..? पुलिस ने दोनों नाबालिग बच्चों को उज्जैन बाल सुधार गृ

ह भेज दिया हैं।

कैलाश चन्द्र जोशी वरिष्ठ संवाददाता

ट्रुथ 24 का सच्चा सिपाही हु, सच को सच कहने की ताकत। मै अदना सा कलमकार हूँ घायल मन की आशा का मुझको कोई ज्ञान नहीं है छंदों की परिभाषा का जो यथार्थ में दीख रहा है मैं उसको लिख देता हूँ कोई पीड़ित चीख रहा है मैं उसको लिख देता हूँ

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