नापाखेड़ी में पटवारी पर रिश्वत का आरोप, किसान ने जनसुनवाई में की शिकायत

देवास। देवास तहसील के नापाखेड़ी गांव से एक गंभीर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। गांव के किसान ईश्वरलाल पटेल ने गांव की महिला पटवारी पर जमीन के नामांतरण के बदले रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। किसान का कहना है कि वह अपने दस्तावेज़ों के साथ कई बार पटवारी के पास गया, लेकिन हर बार उसे किसी न किसी बहाने से टाल दिया गया।ईश्वरलाल के अनुसार, पटवारी के कहने पर उसने नामांतरण प्रक्रिया के लिए 20,000 रुपये नकद दिए थे, बावजूद इसके नामांतरण नहीं किया गया। अब पटवारी द्वारा अतिरिक्त 10,000 रुपये की मांग की जा रही है। किसान ने आरोप लगाया कि जब तक रिश्वत की पूरी राशि नहीं दी जाती, तब तक नामांतरण की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ाई जा रही है।इस मामले को लेकर किसान ने जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई और निष्पक्ष जांच की मांग की। साथ ही ग्रामीणों ने भी इस प्रकार की भ्रष्टाचारपूर्ण व्यवस्था पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि कई किसानों को ऐसी ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जो चिंता का विषय है।
क्या कहते हे पटवारी
इस पूरे मामले में पटवारी सोनू चौकसे ने सभी आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि, “सारे आरोप निराधार हैं। मैंने न तो किसी से पैसे लिए और न ही रिश्वत मांगी। किसान का काम तकनीकी कारणों से रुका हुआ है, जिसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।”
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और क्या भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाया जाता है।