वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती मनाई
मक्सी से सुरेश गुर्जर की रिपोर्ट
राजपूत सरदारों ने दी खरेली में श्रद्धांजलि
मक्सी समीपस्थ ग्राम खरेली में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की जयंती समाज जनों द्वारा राजपूत समाज धर्मशाला में बनाई
सर्व प्रथम महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई इस अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य कुशाल सिंह सोलंकी ने महाराणा प्रताप के जीवन पर प्रकाश डाला उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप का जन्म जेष्ठ शुक्ल पक्ष की तृतीया को हुआ महाराणा प्रताप ने मुगलों से लंबा संघर्ष किया अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं को त्याग जंगलों और घाटियों में रहना स्वीकार किया किंतु अपने स्वराज से कई समझौता नहीं किया सन 1576 में हल्दीघाटी में मुगल शासक अकबर एवं महाराणा प्रताप की सेना के बीच भीषण युद्ध हुआ। न सिर्फ महाराणा प्रताप का मुगलों से संघर्ष हुआ बल्कि उनकी कई पीढ़ियां निरंतर मुगलों से संघर्ष करती रहे महाराणा सांगा ने बाबर से उसके बाद उदय सिंह उसके बाद महाराणा प्रताप कई वर्षों तक मुगलों से संघर्ष करते रहे किंतु अपने आत्म सम्मान से समझौता नहीं किया ऐसे वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप हम सबके लिए प्रेरणादाई है कार्यक्रम में वरिष्ठ समाज सेवी समरथ सिंह सोलंकी युवा नेता शिवपाल सिंह सरदार सिंह देवेंद्र सिंह सोलंकी जवान सिंह हरनाम सिंह डा ओमेंद्र सिंह डा खुशपाल सिंह लाल सिंह मनोहर सिंह राजेंद्र सिंह शंकर सिंह अश्विन चौहान दयाल सिंह सहित समाज जन उपस्थित रहे संचालन अजय सिंह सोलंकी ने किया