वन विभाग की टीम ने उत्पाति वानर का किया रेस्क्यू, कई लोगों को कर चुका था यह वानर घायल

देवास। अंतर्गत बालगढ़ के उत्पाती बंदर (लंगूर) को आखिरकार वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने आज, 10 अप्रैल 2025 को पकड़ लिया है।
विगत कई दिनों से इस लंगूर को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन उसकी फुर्ती के कारण वह लगातार बच रहा था। पिंजरा लगाने के बावजूद भी उसे पकड़ना मुश्किल हो रहा था। इस लंगूर ने बालगढ़ में 6 लोगों को घायल कर दिया था, जिनमें से एक बालक अभी भी एमजी हॉस्पिटल देवास में भर्ती है, जिससे वार्ड के सभी लोग परेशान थे।
इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए मंडलाधिकारी देवास अमित सिंह ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उज्जैन वन विभाग की टीम को देवास बुलाया। उप वन मंडलाधिकारी संतोष शुक्ला एवं रेंजर राजेन्द्र कुमार सोलंकी के मार्गदर्शन में वन विभाग उज्जैन और देवास की रेस्क्यू टीम, पार्षद दीपक अकोदिया और स्थानीय लोगों के सहयोग से लंगूर को पकड़ा गया।
पकड़ने के बाद लंगूर को देवास से लगभग 35 किलोमीटर दूर उसके प्राकृतिक आवास, वन क्षेत्र में छोड़ दिया गया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में उज्जैन टीम के प्रभारी मदनलाल मोहरे, राजेन्द्र चौहान, सोनू चौहान, देवकुमार बेंडवाल और देवास रेस्क्यू प्रभारी हेमराज गोखले, रेस्क्यू एक्सपर्ट राजेश चौहान, अंकित मण्डलोई, पवन कुमार धुर्वे, दिनेश चौधरी, मनीष परमार, डिप्टी रेंजर श्याम शर्मा, महेन्द्र पवार शामिल थे। स्थानीय पार्षद दिपक (राजा) अकोदिया का इस पूरे अभियान में विशेष सहयोग रहा।
यह निश्चित रूप से बालगढ़ क्षेत्र के रहवासियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। वन विभाग और स्थानीय लोगों का यह संयुक्त प्रयास सराहनीय है।