पुजारियों के चरण वंदन कर, नौटंकी कर रहे कॉंग्रेस नेता सज्जन वर्मा – डॉ. राजेश सोनकर,

पुजारियों के चरण वंदन कर, नौटंकी कर रहे कॉंग्रेस नेता सज्जन वर्मा – डॉ. राजेश सोनकर,
सोनकच्छ।देवास, चामुण्डा मंदिर पहुंचकर राजनीतिक ड्रामेबाजी कर रहे। कॉंग्रेस नेता को माँ चामुण्डा सद्बुद्धि दे, सोनकच्छ विधायक डॉ राजेश सोनकर ने कॉंग्रेस नेता सज्जन वर्मा द्वारा देवास चामुण्डा मंदिर में पुजारियों की चरण वंदना को नौटंकी बताते हुए इसे राजनैतिक ड्रामेबाजी बताया और कहा कि वर्मा अपने पुराने कृत्यों पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं, उन्हें माँ चामुंण्डा सद्बुद्धि प्रदान करे ।
विधायक डॉ.सोनकर ने कहा कि सज्जन वर्मा वरिष्ठ नेता है, लेकिन जिस प्रकार की ड्रामेबाजी कर रहे हैं, उन्हें यह शोभा नहीं देता। ऐसी नौटंकी से वह अपने पुराने पापों पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। वर्मा शायद भूल गए कि उन्होंने सोनकच्छ विधानसभा के जीरवाय गांव में भागवत कथा के दौरान व्यास पीठ पर खड़े होकर राष्ट्रीय संत धीरेन्द्र जी शास्त्री व प्रदीप जी मिश्रा के संबंध में अर्नगल टिप्पणी कर अपमान किया था।वर्मा जी के, इस कृत्य के कारण व्यास पीठ पर कथा वाचन कर रहे कथा वाचक श्री रामकृष्ण जी उपाध्याय ने दुःखी होकर सौगंध ली की मैं सोनकच्छ विधानसभा के किसी भी गांव में तब-तक कथा नही करूंगा जब तक सोनकच्छ विधानसभा में विधायक सज्जनसिंह वर्मा है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है, कि कथावाचक व संतो से हिन्दू धर्म का अपमान करने वाले सज्जन वर्मा जी ने अपने इस कृत्य की कभी माफी भी नहीं मांगी।
मुगल आक्रांता औरंगजेब को अपना प्रेरणास्त्रोत मानने वाले सज्जन वर्मा को औरंगजेब द्वारा मंदिर तोड़ने की घटनाओं को केवल आरोप मात्र बताना, हिन्दू जनमानस की भावनाओं के साथ खिलवाड है, शायद उन्हें इतिहास की जानकारी नहीं है कि औरंगजेब पर सिर्फ आरोप नहीं है बल्कि व हजारों हिन्दू मंदिरों को तोडने का अपराधी है, इसका इतिहास साक्षी है। हिन्दू होकर भी उन्हें औरंगजेब अपराधी नजर नहीं आता। उन्हें स्पष्ट करना चाहियें कि वे किसे खुश करने के लिये मुगल आक्रांता के खिलाफ आज भी बोलने का साहस नही कर पा रहे है । सज्जनसिंह वर्मा के नेता राहुल गांधी व उनकी पार्टी ने भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण पर वर्षों से बाधा उत्पन्न कर, भगवान श्री राम व श्री कृष्ण काल्पनिक बताकर, श्रीराम सेतु के अस्तित्व को नकार कर व सनातन को डेंगू जैसी बिमारी कहकर लगातार, हिन्दू धर्म और सनातन परंपराओं से खिलवाड़ करते रहे हैं। आज फिर उन्होंने हिंदू औरंगजेब की परिभाषा गढ़ कर हिन्दुत्व और सनातन धर्म काअपमान किया हैं ।
ये वही नेता है, जो चुनाव के समय एक वर्ग को खुश करने के लिए हिंदू समाज और देवी देवताओं का अपमान करने से बाज नहीं आते। इनकी नेता सोनिया गाँधी के नेतृत्व वाली कॉंग्रेस पार्टी को भगवान राम काल्पनिक लगते थे, तो वही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी शायद भगवान राम को काल्पनिक मानते हैं,इसलिए आज तक श्री राम का भव्य मंदिर बनने से अब तक अयोध्या दर्शन करने नहीं गए हैं। गांधी परिवार ने लगातार हिंदू धर्म की भावनाओं का अपमान करने का काम किया है। सज्जन वर्मा, वाकई साधु-संतों और पुजारियों का सम्मान करते है, तो उन्हें कथा वाचक श्री उपाध्याय व संतो से माफी माँगना चाहिए,नहीं तो इस प्रकार की चरण वंदना की नौटंकी बंद करना चाहिए ।मंदिर में इस तरह की ड्रामेबाजी और साधु-संतों और पुजारियों की झूठी चरण वंदना के लिए माँ चामुण्डा उन्हें सद्बुद्धि प्रदान करें ।