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ट्रेन में किन्नरों ने मांगे पैसे, नहीं देने पर आदर्श विश्वकर्मा को पीट-पीट कर मार डाला, शव को चलती ट्रेन से फेंका

किन्नर की क्रूरता

युवक को बर्थ से नीचे गिराकर उसके ऊपर कूदते और कपड़े उतारकर उसपर बैठते देखे गए हैं किन्नर।

युवक की पिटाई की घटना का वीडियो अब हुआ वायरल।

भोपाल से चली गोडवाना एक्सप्रेस में 13 मार्च की घटना।

पुलिस ने ना गिरफ्तारी की ना हत्या का प्रकरण दर्ज किया।

 

मध्य प्रदेश के विदिशा निवासी आदर्श विश्वकर्मा को गोंडवाना एक्सप्रेस में किन्नरों ने रुपये न देने पर बेरहमी से पीटकर हत्या कर दी और शव को गंजबासौदा के पास ट्रेन से नीचे फेंक दिया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद स्वजन को सच्चाई पता चली। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मृतक भोपाल में इलेक्ट्रिक दुकान में काम करता था।

विदिशा। गोंडवाना एक्सप्रेस ट्रेन के अंदर मध्य प्रदेश के विदिशा के युवक की किन्नरों ने रुपये न देने पर पीटकर हत्या कर दी और शव को गंजबासौदा में नीचे फेंक दिया। ट्रेन के अंदर युवक की पिटाई का वीडियो बहुप्रसारित हुआ तो उसके स्वजन को सच्चाई का पता चला।

वीडियो में कुछ किन्नर युवक को बर्थ से नीचे गिराकर उसके ऊपर कूदते दिख रहे हैं। कपड़े उतारकर उसके ऊपर बैठ रहे हैं। 13 मार्च को अंजाम दी गई वारदात में हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग स्वजन ने पुलिस अधीक्षक से की है।

इलेक्ट्रिक दुकान में काम करता था युवक

युवक की पहचान विदिशा की अयोध्या बस्ती के

आदर्श विश्वकर्मा के रूप में हुई है। गुरुवार को उसके भाई सोहन ने स्वजन के साथ पुलिस अधीक्षक को बताया कि आदर्श भोपाल में हमीदिया रोड पर इलेक्ट्रिक दुकान में काम करता था। वह ट्रेन से भोपाल और विदिशा आता-जाता था।

स्वजन ने कहा है कि 13 मार्च की रात आदर्श भोपाल से गोंडवाना एक्सप्रेस से विदिशा घर लौट रहा था, तभी भोपाल से ट्रेन में चढ़े किन्नरों ने सलामतपुर, सांची के पास उससे रुपये मांगे। आदर्श ने इनकार किया तो किन्नरों ने उसकी जेब में हाथ डाल दिया। उसने विरोध किया तो आठ से 10 किन्नरों ने उस पर हमला कर पिटाई शुरू दी।
ट्रेन विदिशा में रुकी तो उसे उतरने भी नहीं दिया और गंजबासौदा के पास पवई तरफ ट्रेन से नीचे फेंक दिया। स्वजन अगले दिन गंजबासौदा पहुंचे। वहां जीआरपी से पता चला कि पवई के पास शव पड़ा है। एसपी रोहित काशवानी ने गंजबासौदा कोतवाली पुलिस को जांच आगे बढ़ाने और ट्रेन का वीडियो देखकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

राजेश धनेचा प्रधान संपादक

हम वो कलम नहीं हैं जो बिक जाती हों दरबारों में हम शब्दों की दीप- शिखा हैं अंधियारे चौबारों में हम वाणी के राजदूत हैं सच पर मरने वाले हैं डाकू को डाकू कहने की हिम्मत करने वाले हैं ............... कलम सत्य की धर्मपीठ है, शिवम् सुंदरम गाती है । राजा भी अपराधी हो तो, सीना ठोक बताती है ।।

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