देवासमध्य प्रदेशसोनकच्छ

ये कैसा पोषण भी पढ़ाई भी अभियान का प्रशिक्षक।आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को परोसी बासी आटे की रोटी।

सोनकच्छ। पोषण भी पढ़ाई भी अभियान के तहत महिला एवं बाल विकास परियोजना सोनकच्छ कीआंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं  का तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिनांक 27 मार्च 2025  से उत्कृष्ट विद्यालय सोनकच्छ में आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षण क्लेक्टर महोदय एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदशन मे पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम सक्षम आंगनवाड़ी एवं मिशन पोषण 2 के तहत एक कार्यक्रम है जिसके अन्तर्गत क्षमता संवर्धन के माध्यम से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ईसीसीई पाठ्यक्रम,शैक्षणिक दृष्टिकोण की बुनियादी साक्षरता व संख्यात्मकता के मूल्यांकन में क्षमता वृद्धि कर सक्षम बनाना है। इस तीन दिवसीयप्रशिक्षण कार्यक्रम में 188 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं  को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें उन्हें चाय नाश्ता एवं स्वादिष्ट एवं शुद्ध भोजन देने का है। नाम न बताने की शर्त पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि आज दिनांक 28 मार्च द्वितीय दिन के प्रशिक्षण बाद जो भोजन में रोटी दी गई वो कल के बासी आटे की बनाई गई थी। जिसमें से बदबू आ रही थी। सब्जी की क्वालिटी भी बहुत खराब थी जिसके कारण बहुत सी कार्यकर्ताओं ने भोजन ही नहीं किया। ओर भूखा ही रहना पड़ा। ओर तो ओर चाय के साथ बिस्किट भी देने के है वो भी नहीं दिए जा रहे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में दिए जा रहे दूषित भोजन के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुवे।

दूषित आटे की रोटी की बात जब उच्च अधिकारियों को लगी तो उन्होंने उस आटे को अलग निकलवा कर ताजे आटे की रोटी बनवाई तब तक बहुत सी कार्यकर्ता उस बासी आटे की बनाई रोटी खा चुकी थीं।

इस बारे मे कोर्स डायरेक्टर सुश्री नेहा चौधरी प्रभारी

परियोजना अधिकारी म.बा.वि. विभाग सोनकच्छ से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि मुझे भी इस बारे में पता चला तो मैंने  उस आटे को अलग करवाया और ताजे आटे की रोटी बनवाई।

आपको बता दें कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के  तीन दिवसीय प्रशिक्षण में अन्य तहसीलों में उच्च क्वालिटी का चाय नाश्ता और भोजन दिया जा रहा है लेकिन सोनकच्छ तहसील की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निम्न स्तर का ओर बासी भोजन परोसा जा रहा है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर महोदय से जांच करवाने की मांग की और दोषी लोगो पर कार्यवाही करने की बात कही है।

कैलाश चन्द्र जोशी वरिष्ठ संवाददाता

ट्रुथ 24 का सच्चा सिपाही हु, सच को सच कहने की ताकत। मै अदना सा कलमकार हूँ घायल मन की आशा का मुझको कोई ज्ञान नहीं है छंदों की परिभाषा का जो यथार्थ में दीख रहा है मैं उसको लिख देता हूँ कोई पीड़ित चीख रहा है मैं उसको लिख देता हूँ

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