सोनकच्छ में रविवार को श्री श्याम निशान पद यात्रा निकाली गई।
निशान यात्रा बिजासन माता मंदिर सोनकच्छ से नेवरी फाटा खाटू श्याम मंदिर तक निकाली गई।

सोनकच्छ… खाटूश्यामजी युवा भक्त मंडल सोनकच्छ द्वारा रविवार को भव्य खाटू श्याम निशान पद यात्रा निकाली गई। बाबा श्याम जी की एक विशाल एवं भव्य निशान पद यात्रा रविवार को सुबह 9 बजे स्थानीय बिजासन माता मंदिर से निकालीं गई जो नेवरी फाटा खाटू श्याम मंदिर तक निकाली गई। यात्रा बिजासन माता मंदिर से प्रारंभ होकर तहसील चौराहा, महाराणा प्रताप चौक , बजरंग चौराहा होते हुए बस स्टैंड ग्राम सांवेर से नेवरी फाटा खाटू श्याम मंदिर पहुंची। निशान यात्रा में श्री पिपलेश्वर महादेव मंदिर के महंत लवचन्द्र दास जी उदासीन के साथ बड़ी संख्या में श्रद्घालु श्याम ध्वज लेकर शामिल हुए और पदयात्रा की। नगर में भाव विभोर होकर लोगों ने पदयात्रियों का स्वागत किया। इस दौरान निशान यात्रा में बाबा की झलक पाने के लिए राहगीर भी लालायित हो रहे थे।नेवरी फाटा श्री श्याम मंदिर में निशान चढ़ाते हुए भक्तों ने श्याम बाबा के दर्शन किए। इस निशान यात्रा में नगर की सैकड़ों महिलाओं सहित युवा श्रद्धालु लाल, पीले ध्वज निशान लेकर भक्तगण श्याम गुणगान करते हुए शामिल हुए। साथ ही श्री श्याम जी की आकर्षक झांकी भी निशान यात्रा में निकाली गई। पद यात्रा कर निशान चढ़ाने को लेकर मान्यता यह रही है कि श्री श्याम बाबा के महाबलिदान शीश दान के लिए उन्हें निशान चढ़ाया जाता है। यह उनकी विजय का प्रतीक है, जिसमें उन्होंने धर्म की जीत के लिए दान में अपना शीश ही भगवान श्री कृष्ण को दे दिया था। जिन्हें प्रसन्न करने निशान छोटे से बड़े मुख्यत केसरी नीला , सफेद ,लाल या पीले रंग का झंडा निशानों पर श्याम बाबा और कृष्ण भगवान के जयकारे और दर्शन के फोटो लगाते है। वही कुछ निशानों पर नारियल और मोरपंख भी लगाया जाता है। जिससे श्याम सरकार सभी के हर बिगड़े कार्य बना देते है व भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इसलिए सभी भक्त श्याम मंदिरों में अपनी मन्नाते मांगते हुए निशान चढ़ाते हैं
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