मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में सोनकच्छ देगा सामाजिक समरसता का संदेश सर्व समाज की होगी भागीदारी …. विधायक सोनकर

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में सोनकच्छ देगा सामाजिक समरसता का संदेश
सर्व समाज की होगी भागीदारी, दूल्हा दुल्हन के स्वागत के लिए दुल्हन सा सजा सोनकच्छ

सोनकच्छ।मध्यप्रदेश में पहली बार नगर में एक अनूठा मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह समारोह होने जा रहा है। जिसमें नगर का हर घर बनेगा घराती और बाराती। इस आयोजन में सर्व समाज की भागीदारी होगी। दूल्हा दुल्हन के स्वागत के लिए दुल्हन सा सजेगा नगर साथ ही सनातन की दिखेगी झलक।
क्षेत्रीय विधायक डॉ राजेश सोनकर ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह समारोह कल 02 जनवरी को सुबह 9 बजे से सोनकच्छ, मंडी प्रांगण में उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी, जिला पंचायत अध्यक्ष लीला देवी भेरूलाल अटारिया एवं पद्म भूषण से सम्मानित कालूराम जी की उपस्थिति में सम्पन्न होगा। यह आयोजन मध्यप्रदेश का पहला अनूठा आयोजन होगा, जिसमें सर्व समाज की भागीदारी होगी, पूरा सोनकच्छ इस विवाह समारोह का साक्षी बनेगा। सामाजिक समरसता का भाव सोनकच्छ में होने वाले इस इस अनूठे मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह समारोह में देखने को मिलेगा।
300 नवयुगल लेंगे सात फेरे तो 31 मुस्लिम जोड़ों का होगा निकाह :-
डॉ सोनकर ने बताया कि आयोजन में 300 हिंदू नवयुगल जोड़े दाम्पत्य जीवन की डोर से बंधेंगे। गायत्री परिवार द्वारा वैदिक पद्धति, रीति रिवाज और मंत्रोच्चार से विवाह सम्पन्न करवाया जाएगा। इसके पश्चात सोनकच्छ के सर्व समाज द्वारा कन्यादान की रस्म होगी, जिसमें दुल्हन के पैर पूजे जाएंगे और समाजसेवी परिवार उन्हें उपहार स्वरुप भेंट भी प्रदान करेंगे। वही अलग पंडाल में मौलवी, काजी की उपस्थिति में 31 मुस्लिम नवयुगलो को निकाह पढ़ाया जाएगा।
चल समारोह का घर घर से होगा स्वागत – महिलाएं मंगल गीत गाते हुए चलेगी :-
मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह समारोह का चल समारोह सुबह 9 बजे सांवेर हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना के पश्चात प्रारंभ होगा। दूल्हा दुल्हन आकर्षक पुष्पों से सजे खुले वाहनों पर सवार होकर चलेंगे। चल समारोह हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर गीता भवन बस स्टैंड से महाराणा प्रताप चौक होते हुए मंडी प्रांगण पहुंचेंगा, चल समारोह में बैंड बाजे, ढ़ोल-ताशे भी रहेंगे। ऊंट, घोड़ा और बग्घियों में साधु संत सवार होंगे। इस भव्य बारात का घर घर से पुष्पों से स्वागत होगा। महिलाएं मंगल गीत गाते हुए चलेगी।
समरसता का संदेश देगा सोनकच्छ :-
डॉ सोनकर ने बताया कि समरसता का अलख जगाने के लिए के लिए जब हमने मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह समारोह के सन्दर्भ में सोनकच्छ के विभिन्न समाजों से भागीदारी के लिए चर्चा की तो सहर्ष सभी समाजों ने अपनी सहमति देते हुए समाजजन बाराती और घराती दोनों भूमिका निभाने के लिए उत्सुक नजर आए। चल समारोह से लेकर भोजन व्यवस्था और विदाई समारोह तक कि जिम्मेदारी समाजों ने ली है। इस तरह से यह मध्यप्रदेश का पहला मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह समारोह होगा, जो समरसता का संदेश देगा।
स्वागत के लिए दुल्हन सा सजा सोनकच्छ :-
इस समारोह को एतिहासिक बनाने के लिए सोनकच्छ नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। सोनकच्छ के प्रत्येक मार्ग को वंदनवारों, भगवा पताकाओं, तोरण द्वारों, आम की पत्तियों की लडिय़ों और पुष्पों मालाओं से सजाया गया है। चल समारोह मार्ग पर रंग बिरंगी पताकाओं से सजाया गया है। वही पंडाल को भी आकर्षक रंगों की झालरों, चुनरियाओं से सजाया गया है। मंडप को आम के पत्तों से सजाया गया है।
सनातन की दिखेगी झलक :-
समारोह में सनातन की झलक दिखाई देगी, विवाह संस्कार सम्पन्न होने के बाद दूल्हा-दुल्हन विशेष रूप से बनाए गए मंच पर विराजमान साधु-संत, विद्वानों से आशिर्वाद लेकर नवजीवन की शुरूवात करेंगे। पंडाल को सनातन का प्रचार करने वाले महान संतों के चित्रों से सजाया जाएगा। रामायण के रचियता वाल्मीकि जी, गोस्वामी तुलसीदास जी, संत रविदास जी, टेकचन्द जी महाराज, अहिल्या माता सहित अन्य महापुरुषों के चित्र पंडाल में सजाये जाएंगे।
सजन-कोट में दूल्हा दुल्हन को भोज परोसेगा सोनकच्छ का विशाल परिवार :-
जिस प्रकार सजन कोट में परिवार के सदस्यों द्वारा दूल्हा दुल्हन को भोज करवाया जाता है, उसी तरह की रस्म इस विवाह समारोह में भी देखने को मिलेगी, बस परिवार की जगह होगा सोनकच्छ परिवार, जिसमें सोनकच्छ के समाजसेवी, विभिन्न समाजों के पदाधिकारी, व्यापारी, उद्योगपति एवं गणमान्य नागरिक दूल्हा दुल्हन को भोज करवाकर उन्हें उपहार भी भेंट करेंगे।