कौटिल्य के बाल वैज्ञानिकों के अविष्कार देख आश्चर्य चकित हुए नगरवासी,
आपदा से पहले अलर्ट करेगा विज्ञान का चमत्कार

आपदा से पहले अलर्ट करेगा विज्ञान का चमत्कार
– कौटिल्य के बाल वैज्ञानिकों के अविष्कार देख आश्चर्य चकित हुए नगरवासी, भविष्य की भी दिखाई राह
शाजापुर। हादसे के पहले कौन बता सकता है कि हादसा होने वाला है, गैस लिकेज से कहां नुकसान होने वाला है इस बारे में भी कोई नही बता सकता। लेकिन आपदा आने से पहले ही आपको मैसेज भी मिलेगा और आप अलर्ट भी होंगे। यह कर दिखाया है कौटिल्य एज्यूकेशन के विद्यार्थियों ने जिन्होंने अपनी वैज्ञानिक सोच से एप तैयार कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।
शनिवार को एबी रोड स्थित कौटिल्य एज्यूकेशन में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने एक से बढ़कर एक मॉडल तैयार किए, जो देश के विकास और देशवासियों के काफी काम आ सकते हैं। इनमें एक मॉडल ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया, जिसमें बच्चों ने ऐसा मॉडल बनाया, जिसके माध्यम से आग लगने से पहले ही मैसेज मिल जाएगा जिससे नुकसान होने से बचाया जा सकता है। इस मॉडल को देखकर वहां उपस्थित अतिथियों, अभिभावकों ने भी खूब सराहना की। वहीं ऊर्जा की बचत, उसके उपयोग के लिए भी बच्चों ने सराहनीय मॉडल तैयार किया और ऑफिस या घर के उपकरणों को हम कहीं से भी ऑन या ऑफ कर सकते हैं। इसके अलावा भी इस प्रदर्शनी में विद्यालय के बाल वैज्ञानिकों ने विज्ञान शिक्षकों को भी अपने प्रतिभा से प्रभावित किया।
सुनने या देखने से नहीं करने से होता है अभ्यास
विद्यालय परिसर में आयोजित इस प्रदर्शनी में उपस्थित राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक ओमप्रकाश पाटीदार ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि किसी भी कार्य को सुनने या देखने से हम उसमें पारंगत नहीं हो सकते। हमें उस कार्य में दक्षता तभी हासिल होगी जब हम खुद उसे करेंगे। विज्ञान विषय भी ऐसा ही है। इसे पढ़ने या इसके प्रश्न याद करने से नहीं बल्कि विज्ञान विषय का प्रेक्टिकल करने से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। उन्होंने कई प्रकार के उदाहरण देते हुए विज्ञान विषय की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यातायात प्रभारी सौरभ शुक्ला ने बच्चों द्वारा बनाए गए यातायात नियमों संबंधी मॉडल की सराहना करते हुए इसे सभी के लिए उपयोगी बताया और बच्चों व अभिभावकों से अपील की कि वे भी यातायात नियमों का पालन कर सुरक्षित रहें। कार्यक्रम को विद्यालय संचालक ब्रजेश यादव, संचालिका शशि यादव, प्राचार्य नरेंद्रसिंह डोडिया ने भी संबोधित किया। संचालन सुखराज सर ने किया तथा आभार रामकृष्ण पाटीदार ने माना।