वनपाल ही करवा रहा था वन की बाउंड्री के अंदर मुरम का अवैध खनन, पहाड़ी को बना दिया तालाब नुमा, अधिकारी बैठे आंखे मूंद
अगर कहा जाए की रक्षक ही निकला भक्षक तो गलत नही है।

सूत्रों की मानें तो 500 से 1000 रुपए में बेच रहा था वनपाल प्रति ट्राली मुरम।
बीराखेड़ी का निवासी है वनपाल जितेन्द्र जिससे अवैध काम में ग्रामीणों का भी मिल जाता है सहयोग।
वर्षो से एक ही जगह टीका होने के कारन अवैध लकड़ी कटाई, मुरम खनन का कार्य निडर होकर करता है, जितेन्द्र ।
बाउंड्री में करवा दी खुदाई, फेंसिंग के भी काट दिए तार, लकड़ी की अवैध कटाई हो रही इनके संरक्षण में।
देवास । सोंनकच्छ तहसील अंतर्गत बीराखेड़ी वन क्षेत्र में वर्षो से अवैध कार्य हो रहे है जिन्हें वनकर्मी जितेन्द्र चौहान के द्वारा अंजाम दिया जा रहा है और इसका कारन है, जितेन्द्र चौहान जिस जगह पर वनपाल है वह उसका पेत्रक गाँव, है जिसके कारण इसे किसी का डर भय नही है, उल्टा अधिकारी इससे डरते है, यह वन में अवैध कटाई से लेकर अवैध खनन बेखोपा होकर करवाता है, जब ट्रुथ 24 की टीम के पास सूत्रों से इस विषय की सूचना आई की बीराखेडी की पहाड़ी पर वन विभाग द्वारा फेंसिंग की गयी है उसके अन्दर अल सुबह से दो जेसीबी द्वारा कई ट्राली मुरम खोद दी गई है जिसे वनपाल और रेंजर की मिली भगत से गाँव में रूपए लेकर जरुरत मंदों को बेचा जा रहा है और इस काम में वनपाल जितेन्द्र चौहान का हाथ है, वही जेसीबी लाया और अवैध तरीके से मुरम की खुदाई करवा कर परिवहन और विक्रय कर रहा है। जब ट्रुथ 24 की टीम ने मौके पर जाकर देखा तो बात पक्की साबित हुई जिसकी जानकारी डिप्टी रेंजर कृष्णकांत भूरिया को दी भूरिया ने वनपाल जितेन्द्र चौहान को बताया तो जितेन्द्र ने उक्त जगह से जेसीबी और ट्रेक्टर ट्राली हटा लिए और मिडियाकर्मी से सेटिंग करने लगा, जब मिडिया टीम ने उसे जेसीबी और ट्रेक्टर ट्राली रोकने की बात कही तो उसका कहना था की मेने ही वन की बाउंड्री के तार काटकर मुरम खुदाई के आदेश देकर घर चला गया था ।
मुझे श्री भूरिया जी द्वारा फोन पर सुचना दी तो में आया जेसीबी मेरे रिश्तेदार की होने से मेने जेसीबी ट्रेक्टर को वहा से रवाना करवा दिया, जितेन्द्र बार बार बोला रहा था की रेंजर साहब सब जानते है वह मामले को सेट कर देंगे आपकी सेवा कर देता हु आप लोग रिपोर्ट मत बनाओ तब उसकी बात सुनकर लगा की विभाग के सारे लोगो की मिली भगत से वन क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध कटाई, खनन से लेकर परिवहन तक किया जा रहा और मोटी रकम कमाई जा रही है। जब बार बार श्री भूरिया को कॉल कर बुलाया जा रहा था तो भूरिया द्वारा 5 मिनिट बोलकर 2 घंटे कर दिए मगर फिर भी उक्त स्थान पर नही आए तो DFO प्रदीप मिश्रा को घटना से अवगत करवाया तो उन्होंने भी टीम भेजने के बजाय फोटो मागे, फ़ोटो भेज दिए मगर उस समय तक कोई कार्यवाही नहीं हुई थी, अब देखना यह है की विभाग के अधिकारी वनपाल और अवैध खनन करने वाले माफिया और उनकी मशीनरी पर कार्यवाही करते है या विभागीय लोगो की संलिप्ता होने से वनपाल को भी बचा लिया जाएगा। वही वनपाल को कहते हुए सुना है कि अधिकारी सब संभाल लेंगे कोनसा में अकेला कमा रहा हु।
इनका कहना
मेने SDO साहब की जाँच दे दी है, वीडियो फोटो से लग रखा है बड़ी मात्रा में खुदाई की गई है जाँच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
प्रदीप मिश्रा DFO देवास
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DFO सर ने मुझे जाँच दी है मेने टीम बना ली है जल्दी ही जाँच कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही की जाएगी चाहे उसमे विभाग के लोग क्यों न हो।
संतोष कुमार शुक्ला SDO देवास