खेलदेवासमध्य प्रदेश

दशहरा कृषिकला एवं औद्योगिक प्रदर्शनी 2024 मीना बाजार का समापन

खिलाड़ी या तो जीतता है या फिर सीखता है वो हारता कभी नहीं है।

देवास। नगर पालिक निगम देवास द्वारा आयोजित 88 वीं दशहरा कृषिकला एवं औद्योगिक प्रदर्शनी 2024 मीना बाजार का समापन समारोह एवं इसमें सम्पन्न हुई खेलकूद स्पर्धाओं का पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न हुआ। विधायक एवं महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल, नेता सत्तापक्ष मनीष सेन, एमआईसी अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह बैस, गणेश पटेल, खेलकूद समिति अध्यक्ष अजय तोमर, पार्षद राहुल दायमा, पार्षद प्रतिनिधि रामचरण पटेल, नितिन आहूजा, प्रवीण वर्मा एवं वरिष्ठा भाजपा नेता रामेश्वर दायमा के द्वारा विभिन्न स्पर्धाओं ऐथेलेटिक्स 100मी, 200मी, 400मी, 800मी, 1500 मीटर गोला फेक, चक्का फेक, कबड्डी (ओपन), बैटमिटंन, सॉफटबॉल, बास्केटबॉल, थ्रोबाल, वॉलीवॉल, तैराकी, कराटे, हैंण्डबॉल, जम्प रोप, कैरम (अंडर 19 एंव ओपन), शतरंज (अंडर 19 एंव ओपन),क्रॉस कन्ट्री, रग्बी, मिनी गोल्फ, खो खो, सॉफ्ट टैनिस, स्केटिगं, पिटु (सितोलिया) के खिलाडि़यों को प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को मोमेन्टो प्रशस्तिपत्र एवं गोल्ड, सिल्वर तथा कांस्य पदकों का वितरण किया गया। कार्यक्रम में विधायक एवं महापौर प्रतिनिधी दुर्गेश अग्रवाल ने कहा कि हम रियासत कालीन मेले की 88 वर्ष पुरानी परम्परा का निर्वहन कर शहर के लोगों को स्वस्थ मनोरंजन के साथ साथ खिलाडि़यों को भी खेलकूद स्पर्धाओं के माध्यम से प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने पूरे देश में स्वच्छता का संदेश प्रसारित किया है। उपस्थित बच्चे स्वच्छता का अभियान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लें तथा एक पेड़ मां के नाम से अपने जन्म दिवस पर पौधा रोपण कर पार्यावरण सुधार में सहयोग दें। इस अवसर, खेलकूद समिति अध्यक्ष अजय तोमर ने खिलाडि़यों से कहा खिलाड़ी या तो जीतता है या फिर सीखता है वो हारता तो कभी नहीं है। कार्यक्रम में खेल कूद स्पर्धाओं के खेल प्रशिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सौरभ त्रिपाठी, विजय जाधव, दिनेश चौहान, जितेन्द्र सिसौदिया, जीवन रावत सहित खेल प्रशिक्षक एवं खिलाड़ी उपस्थित रहे।

राजेश धनेचा प्रधान संपादक

हम वो कलम नहीं हैं जो बिक जाती हों दरबारों में हम शब्दों की दीप- शिखा हैं अंधियारे चौबारों में हम वाणी के राजदूत हैं सच पर मरने वाले हैं डाकू को डाकू कहने की हिम्मत करने वाले हैं ............... कलम सत्य की धर्मपीठ है, शिवम् सुंदरम गाती है । राजा भी अपराधी हो तो, सीना ठोक बताती है ।।

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